कविता : 16-07-2021
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कितना मुश्किल होता है,
कोई जवाब देना,
जब तुम पूछती हो,
कोई गलत सवाल!
जैसे कि,
"तुम नाराज क्यों हो?"
तुम राजनीति क्यों करती हो?
"इसमें कौन सी राजनीति हुई!?"
यही,
कि तुम मुझ पर यह मान लेने के लिए,
दबाव डाल रही हो,
कि मैं नाराज हूँ!
"ओह! राजनीति मैं कर रही हूँ या तुम!?"
कितना मुश्किल है,
इस सवाल का जवाब देना!
-मैं सोचता हूँ, लेकिन कहता नहीं!
हाँ, अब मैं सचमुच नाराज हूँ,
लेकिन नाराज क्यों हूँ,
मुझे नहीं पता!
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