July 11, 2021

छलनामयी!

 कविता : 11-07-2021

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कभी तुम पर उसका चेहरा, 

कभी उस पर तुम्हारा नाम,

आरोपित करती है!

स्मृति छलनामयी माया, 

कैसे कैसे प्रपञ्च,

किया करती है!

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