August 08, 2021

कभी-कभी

कविता / 08-08-2021

जब कुछ ऐसा होता है!

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जब कुछ करने का, 

मन नहीं होता, 

जब कुछ नहीं करने का,

मन होता है,

तो मन क्या होता है?

तो क्या मन होता है? 

तो मन क्या नहीं होता?

तो क्या मन नहीं होता?

क्या मन कभी-कभी होता है? 

और मन कभी-कभी नहीं होता?

तो जिसका मन है,

क्या वह कभी-कभी होता है,

और कभी-कभी नहीं होता?

तो जिसका मन है,

क्या वह मन होता है?

क्या वह मन का होता है?

***

जिसका मन है,

वह मन नहीं, 

जो मन है, 

वह किसका है? 

फिर जो है भय, चिन्ता,

वह जिसके हैं,

वह मन ही नहीं?

फिर जो मन ही नहीं,

जिसका मन भी नहीं,

कैसे उसके हों भय, चिन्ता!

क्या उसको फिर भय,  चिन्ता! 

***



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