कविता : हौसले!
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जो कहानी ख़त्म हुई,
क्यों करें फिर से शुरू!
बिलकुल नई कोई कहानी,
क्यों न करें हम शुरू!
हर नई शुरुआत हाँ,
मुश्किल ज़रूर होती है,
ज़िन्दगी हर क़दम पर,
चुनौती ज़रूर होती है!
हार के या जीत के,
अवसर ज़रूर होते हैं,
जिनके हौसले हैं होते,
सफल ज़रूर होते हैं!
हौसले रखना ज़रूर,
कामयाबी भी मिलेगी,
ज़िन्दगी का यही हासिल,
कहानी नई कोई बनेगी!
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