April 18, 2021

मेहमान

बस एक ख़याल था वो मेरे मेहमान सा, 

लेकिन बदल गया वो शख्स बेईमान सा!

अंदाज हर किसी का हुआ करता है अलग,

फ़िर ईमान भी होता है, हरेक इंसान का।

दुनिया के रंग-ढंग सब रहते हैं बदलते,

क्या यक़ीन हम करें ऐसे ज़हान का। 

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