गीत
--------©--------
तुम नहीं जानते,
प्यार क्या है तो,
कहकर हमें,
बहलाते क्यों हो!
तुम नहीं जानते,
अदा क्या है तो,
दिखलाकर हमें,
इठलाते क्यों हो!
तुम्हें नहीं है पता,
हमारा दर्द अगर,
ऐ दोस्त हमदर्द फिर,
कहलाते क्यों हो!
क्यों डालते हो,
हम पे इनायत की नजर,
हमारे घावों को,
सहलाते क्यों हो!
--
No comments:
Post a Comment