पूरब में अभी सुनहरा चन्द्र उदित हुआ ही है।
पश्चिम में सूरज डूब कर शुक्र और शनि ग्रह लगभग उर्ध्वाधर में एक सरल रेखा में हैं।
अनुमान है कि नीचे शुक्र और ऊपर शनि है।
सूरज के अस्त होने के साथ स्टार वार के लिए साँध्य-आकाश का रंगमंच नए दृश्य के साथ आँखों के समक्ष है।
शुक्र (शुक्रवार) उस परंपरा का प्रतीक है जो इस दिन को अपने ईश्वर की आराधना करने के लिए महत्वपूर्ण मानता है।
शनि (शनिवार) उस परंपरा का प्रतीक है जो इस दिन को अपने ईश्वर की आराधना करने के लिए महत्वपूर्ण मानता है।
सूर्य (रविवार) उस परंपरा का प्रतीक है जो इस दिन को अपने ईश्वर की आराधना करने के लिए महत्वपूर्ण मानता है।
रविवार बीत गया, आज सोमवार है।
चंद्र (सोमवार) उस परंपरा का प्रतीक है जो इस दिन से सप्ताह का प्रारंभ मानता है।
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