September 24, 2021

तुम अतीत हो जाओगे!

कविता : 21-09-2021

-----------------©--------------

क्या होगा अतीत से जुड़कर,

कैसे अतीत को पाओगे?

और अगर पा भी लोगे तो, 

तुम अतीत हो जाओगे! 

अतीत में सुरक्षा तो है, 

सुख-दुःख हों,  जाने-पहचाने, 

कहाँ मगर रोमाञ्च वहाँ?

बस अतीत को दुहराओगे!

शायद ख़तरा भी ना हो, 

चिन्ताएँ भी ना हों कोई,

वह भी है काफी जीवन में,

सुख-दुःख को भी सह लोगे!

इतना भी हो वर्तमान में, 

यह वर्तमान भी अच्छा है,

जिसमें अतीत का दंश न हो,

ऐसे जीना भी अच्छा है।

क्यों लौटो फिर उस अतीत में,

जो स्मृति, या है बस कल्पना,

वर्तमान से जुड़ जाओ तो,

नित रचो नई, यह अल्पना!

***



 

No comments:

Post a Comment