नुक्ता चीं -अनुक्त चिह्न शब्दकोश
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स
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सक़्क़ा (जल-सींचने का पात्र) [संस्कृत - सिच् > सेक, अभिसिच् > अभिषेक],
सख़्त (कठोर, ठोस, सशक्त) [संस्कृत -शक्त, शक्तिः, शक्ती - सख़्ती],
सख़्ती,
सज़ा (योग्य, लायक़, दण्ड), [संस्कृत - सज्, सज्ज, सज्जित],
सज़ायाफ़्ता, [संस्कृत - सज्जायाः आप्तो ,यः सज़ावार],
सदक़ा (दान, अर्पण, समर्पण), [सदक़े जाना],
सफ़र (यात्रा),
सफ़री (यात्रा, यात्रा से संबद्ध),
सफ़हा (किताब का पृष्ठ, पाना),
सफ़ा (साफ़, स्वच्छ),
सफ़ाया (निवारण, समाप्ति),
सफ़ाई,
सफ़ीर (दूत),
सफ़ेद,
सफ़ेदपोश,
सफ़ेदा (खड़िया मिट्टी, चूना),
सफ़ेदी.
सबक़ (पाठ),
सब्ज़ (हरा, ताज़ा),
सब्ज़बाग़ (दिखाना),
सब्ज़ा (हरापन, हरीतिमा, हरियाली) [उग आया है दरो-दीवार पर सब्ज़ा ग़ालिब],
सब्ज़ी (हरापन, हरीतिमा, हरियाली, पत्तीदार, तरकारी),
सब्ज़ी-फ़रोश,
सरग़ना (नायक, प्रमुख),
सर्दी-ज़ुकाम,
सर्फ़ (ख़र्च करना, होना),
सर्राफ़,
सर्राफ़ा,
सलीक़ा (रीति, विधि, तरीका, रूढ़ि, परिपाटी),
साक़ी (मदिरा का प्याला देनेवाला, प्रिय), [संस्कृत -साक्षी],
साज़ (वाद्ययन्त्र),
साज़-संगीत,
साज़ो-सामान,
साज़िंदा (वादक, संगीतकार),
साज़िश (षड्यंत्र),
साज़िशी,
साफ़ (स्वच्छ, स्पष्ट, सफ़ेद),
साफ़ी (सफ़ाई करने का कपड़ा),
साबिक़ (पूर्व, पहले),
साबक़ा (सुदीर्घ परिचय, व्यवहार),
सिफ़त (प्रकृति, गुण, स्वभाव, चरित्र, आदत),
सिफ़र (शून्य), न-कुछ,
सिफ़ारत (दूत से संबंधित, मध्यस्थता),
सिफ़ारत-ख़ाना (दूतावास),
सिफ़ारिश (अनुशंसा, किसी के पक्ष में किया जानेवाला अनुरोध),
सिफ़ारिशी,
सिर्फ़ (मात्र, केवल),
सीख़ (पतली तारनुमा डंडी) [सीख-कबाब],
सीख़चा (खिड़की में लगी छ्ड़ें),
सीख़िया (सीख़ पर बना / भुना),
सुख़न (भाषण, वक्तृता), [हमसुख़न -एक सी भाषा बोलनेवाले],
सुराग़ (संकेत),
सुर्ख़ (गहरा या चमकदार लाल),
सुर्ख़ी (लालिमा, लाली),
सूफ़ी (सूफ़ी इस्लामिक आचार-विचार),
सूराख़ (छिद्र, छेद),
सैक़ल (कल-पुर्ज़ों को सुधारना, स्वच्छ करना)
सैक़लगर,
सोख़्ता (सोखनेवाला काग़ज़), [स्याही-सोख़्ता],
सोफ़ता (उचित अवसर, फ़ुरसत, प्रासंगिक),
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सक़्क़ा (जल-सींचने का पात्र) [संस्कृत - सिच् > सेक, अभिसिच् > अभिषेक],
सख़्त (कठोर, ठोस, सशक्त) [संस्कृत -शक्त, शक्तिः, शक्ती - सख़्ती],
सख़्ती,
सज़ा (योग्य, लायक़, दण्ड), [संस्कृत - सज्, सज्ज, सज्जित],
सज़ायाफ़्ता, [संस्कृत - सज्जायाः आप्तो ,यः सज़ावार],
सदक़ा (दान, अर्पण, समर्पण), [सदक़े जाना],
सफ़र (यात्रा),
सफ़री (यात्रा, यात्रा से संबद्ध),
सफ़हा (किताब का पृष्ठ, पाना),
सफ़ा (साफ़, स्वच्छ),
सफ़ाया (निवारण, समाप्ति),
सफ़ाई,
सफ़ीर (दूत),
सफ़ेद,
सफ़ेदपोश,
सफ़ेदा (खड़िया मिट्टी, चूना),
सफ़ेदी.
सबक़ (पाठ),
सब्ज़ (हरा, ताज़ा),
सब्ज़बाग़ (दिखाना),
सब्ज़ा (हरापन, हरीतिमा, हरियाली) [उग आया है दरो-दीवार पर सब्ज़ा ग़ालिब],
सब्ज़ी (हरापन, हरीतिमा, हरियाली, पत्तीदार, तरकारी),
सब्ज़ी-फ़रोश,
सरग़ना (नायक, प्रमुख),
सर्दी-ज़ुकाम,
सर्फ़ (ख़र्च करना, होना),
सर्राफ़,
सर्राफ़ा,
सलीक़ा (रीति, विधि, तरीका, रूढ़ि, परिपाटी),
साक़ी (मदिरा का प्याला देनेवाला, प्रिय), [संस्कृत -साक्षी],
साज़ (वाद्ययन्त्र),
साज़-संगीत,
साज़ो-सामान,
साज़िंदा (वादक, संगीतकार),
साज़िश (षड्यंत्र),
साज़िशी,
साफ़ (स्वच्छ, स्पष्ट, सफ़ेद),
साफ़ी (सफ़ाई करने का कपड़ा),
साबिक़ (पूर्व, पहले),
साबक़ा (सुदीर्घ परिचय, व्यवहार),
सिफ़त (प्रकृति, गुण, स्वभाव, चरित्र, आदत),
सिफ़र (शून्य), न-कुछ,
सिफ़ारत (दूत से संबंधित, मध्यस्थता),
सिफ़ारत-ख़ाना (दूतावास),
सिफ़ारिश (अनुशंसा, किसी के पक्ष में किया जानेवाला अनुरोध),
सिफ़ारिशी,
सिर्फ़ (मात्र, केवल),
सीख़ (पतली तारनुमा डंडी) [सीख-कबाब],
सीख़चा (खिड़की में लगी छ्ड़ें),
सीख़िया (सीख़ पर बना / भुना),
सुख़न (भाषण, वक्तृता), [हमसुख़न -एक सी भाषा बोलनेवाले],
सुराग़ (संकेत),
सुर्ख़ (गहरा या चमकदार लाल),
सुर्ख़ी (लालिमा, लाली),
सूफ़ी (सूफ़ी इस्लामिक आचार-विचार),
सूराख़ (छिद्र, छेद),
सैक़ल (कल-पुर्ज़ों को सुधारना, स्वच्छ करना)
सैक़लगर,
सोख़्ता (सोखनेवाला काग़ज़), [स्याही-सोख़्ता],
सोफ़ता (उचित अवसर, फ़ुरसत, प्रासंगिक),
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