ग / ग़ नुक्ता चीं -अनुक्त चिह्नकोश
--
गंजीफ़ा (ताश जैसा एक खेल),
ग़च / ग़चू (बच्चे जो छोटा सा गड्ढा बनाते है गुल्ली-डंडा या कंचे खेलने के लिए),
गज़क (तिल-गुड़ का बना)
ग़ज़ब (भयावह, स्तब्धकारी, कठिन, विस्मयप्रद)
ग़ज़ल (उर्दू कविता / पद्य),
गज़ी (मोटा सूती कपड़ा),
ग़टरग़ूँ (कबूतर की आवाज़), (गुटरगूँ),
ग़दर (विद्रोह, राष्ट्रद्रोह),
ग़द्दार, ग़द्दारी,
ग़नी (धनिक, अमीर),
ग़नीमत (सौभाग्य) समझना,
गफ़ (गठा हुआ कपड़ा),
ग़फ़ (---उपरोक्त---),
ग़फ़लत (लापरवाही),
ग़बन (पैसे का),
ग़म (दुःख, रंज),
ग़मज़ (कामुक दृष्टि),
ग़मी (शोक, मृत्यु),
ग़रक़ / ग़र्क़ (डूबा हुआ),
ग़रक़ी (बाढ़ में डूबना),
ग़रग़रा (ग़रारा करना gargling)
ग़रज़ (ज़रूरत), गर्ज़,
ग़रज़मंद (ज़रूरतमंद)
ग़रज़ी (ज़रूरतमंद),
ग़रारा (ग़रारा करना),
ग़रारा (स्त्रियों के पहनने का पाजामा),
ग़रीब (निर्धन),
ग़रीबाना (निर्धनिक, धनहीन, दरिद्र),
ग़रीबी (निर्धनता),
ग़रूर (गर्व),
ग़र्क़ (डूबा हुआ), ग़रक़,
गर्ज़, ग़रज़ (ज़रूरत),
ग़लत (दोषपूर्ण, त्रुटियुक्त, अनुचित),
ग़लती (दोष, त्रुटि, भूल),
ग़लाज़त (गंदगी, अस्वच्छता),
ग़लीज़ (अस्वच्छ, अपवित्र, गंदा),
ग़ल्ला (अनाज, लेन-देन की रोकड़ रखने का ख़ाना), ग़ुल्लक,
ग़श (बेहोशी होना),
ग़शी (बेहोश होना),
ग़ाज़ी (काफ़िरों को हरानेवाला),
ग़ाफ़िल (लापरवाह),
ग़ार (गुफा, गड्ढा, खाईं),
ग़ारत (लूट-मार),
ग़ारतगर (लुटेरा),
ग़ालिब (प्रायः, अकसर),
ग़ालिबन (प्रायशः, अकसर),
गिरफ़्त (पकड़),
गिरफ़्तार (पकड़ लेना, क़ैद),
गिरफ़्तारी,
(गरिफ़्त, गिरिफ़्त भी प्रचलित रूप हैं),
[संस्कृत प्रग्रह > पकड़, अंग्रेज़ी grip],
ग़िलाफ़ (आवरण, जैसे तकिये का ग़िलाफ़),
ग़ुल्ला, ग़ुल (शोरग़ुल),
ग़ुंचा (कली, पुष्प), [संस्कृत -गुच्छं],
गुज़र (गुज़र-बसर),
गुज़रना (से होकर जाना),
गुज़श्ता (अतीत में, बीते हुए समय में),
गुज़ार (बीतना)
गुज़ारना (बिताना),
गुज़ारा (गुज़ारे का साधन),
गुज़ारिश (निवेदन),
गुज़ारी (कार्य, -कारगुज़ारी),
गुफ़्तगू (बातचीत),
गुफ़्तार (अभद्र भाषा, -गाली-गुफ़्तार),
ग़ुबार (फैलाव, ग़ुबार उठना),
ग़ुब्बारा (बुलबुला, बैलून),
ग़ुर्राना (क्रोध से हुंकारना),
ग़ुलेल, ग़ुलेलची,
ग़ुलेला (ग़ुलेल से फेंका पत्थर)
ग़ुल्लक, ग़ल्ला (अनाज, लेन-देन की रोकड़ रखने का ख़ाना),
गुस्ताख़ (आक्रामक, धृष्ट),
गुस्ताख़ी (ढिठाई),
ग़ुस्ल, ग़ुसल (स्नान),
ग़ुस्ल-ख़ाना, ग़ुसल-ख़ाना,
ग़ुस्सा (रोष),
ग़ुस्सैल (क्रोधी),
ग़ैब (गुप्त, अदृश्य, रहस्यमय),
ग़ैबी (रहस्यमय, अदृश्य),
ग़ैर (पराया),
ग़ैरत (लज्जा, हया, संकोच),
ग़ैरतमंद (लज्जालु),
ग़ैरियत (अजनबी होना),
--
--
गंजीफ़ा (ताश जैसा एक खेल),
ग़च / ग़चू (बच्चे जो छोटा सा गड्ढा बनाते है गुल्ली-डंडा या कंचे खेलने के लिए),
गज़क (तिल-गुड़ का बना)
ग़ज़ब (भयावह, स्तब्धकारी, कठिन, विस्मयप्रद)
ग़ज़ल (उर्दू कविता / पद्य),
गज़ी (मोटा सूती कपड़ा),
ग़टरग़ूँ (कबूतर की आवाज़), (गुटरगूँ),
ग़दर (विद्रोह, राष्ट्रद्रोह),
ग़द्दार, ग़द्दारी,
ग़नी (धनिक, अमीर),
ग़नीमत (सौभाग्य) समझना,
गफ़ (गठा हुआ कपड़ा),
ग़फ़ (---उपरोक्त---),
ग़फ़लत (लापरवाही),
ग़बन (पैसे का),
ग़म (दुःख, रंज),
ग़मज़ (कामुक दृष्टि),
ग़मी (शोक, मृत्यु),
ग़रक़ / ग़र्क़ (डूबा हुआ),
ग़रक़ी (बाढ़ में डूबना),
ग़रग़रा (ग़रारा करना gargling)
ग़रज़ (ज़रूरत), गर्ज़,
ग़रज़मंद (ज़रूरतमंद)
ग़रज़ी (ज़रूरतमंद),
ग़रारा (ग़रारा करना),
ग़रारा (स्त्रियों के पहनने का पाजामा),
ग़रीब (निर्धन),
ग़रीबाना (निर्धनिक, धनहीन, दरिद्र),
ग़रीबी (निर्धनता),
ग़रूर (गर्व),
ग़र्क़ (डूबा हुआ), ग़रक़,
गर्ज़, ग़रज़ (ज़रूरत),
ग़लत (दोषपूर्ण, त्रुटियुक्त, अनुचित),
ग़लती (दोष, त्रुटि, भूल),
ग़लाज़त (गंदगी, अस्वच्छता),
ग़लीज़ (अस्वच्छ, अपवित्र, गंदा),
ग़ल्ला (अनाज, लेन-देन की रोकड़ रखने का ख़ाना), ग़ुल्लक,
ग़श (बेहोशी होना),
ग़शी (बेहोश होना),
ग़ाज़ी (काफ़िरों को हरानेवाला),
ग़ाफ़िल (लापरवाह),
ग़ार (गुफा, गड्ढा, खाईं),
ग़ारत (लूट-मार),
ग़ारतगर (लुटेरा),
ग़ालिब (प्रायः, अकसर),
ग़ालिबन (प्रायशः, अकसर),
गिरफ़्त (पकड़),
गिरफ़्तार (पकड़ लेना, क़ैद),
गिरफ़्तारी,
(गरिफ़्त, गिरिफ़्त भी प्रचलित रूप हैं),
[संस्कृत प्रग्रह > पकड़, अंग्रेज़ी grip],
ग़िलाफ़ (आवरण, जैसे तकिये का ग़िलाफ़),
ग़ुल्ला, ग़ुल (शोरग़ुल),
ग़ुंचा (कली, पुष्प), [संस्कृत -गुच्छं],
गुज़र (गुज़र-बसर),
गुज़रना (से होकर जाना),
गुज़श्ता (अतीत में, बीते हुए समय में),
गुज़ार (बीतना)
गुज़ारना (बिताना),
गुज़ारा (गुज़ारे का साधन),
गुज़ारिश (निवेदन),
गुज़ारी (कार्य, -कारगुज़ारी),
गुफ़्तगू (बातचीत),
गुफ़्तार (अभद्र भाषा, -गाली-गुफ़्तार),
ग़ुबार (फैलाव, ग़ुबार उठना),
ग़ुब्बारा (बुलबुला, बैलून),
ग़ुर्राना (क्रोध से हुंकारना),
ग़ुलेल, ग़ुलेलची,
ग़ुलेला (ग़ुलेल से फेंका पत्थर)
ग़ुल्लक, ग़ल्ला (अनाज, लेन-देन की रोकड़ रखने का ख़ाना),
गुस्ताख़ (आक्रामक, धृष्ट),
गुस्ताख़ी (ढिठाई),
ग़ुस्ल, ग़ुसल (स्नान),
ग़ुस्ल-ख़ाना, ग़ुसल-ख़ाना,
ग़ुस्सा (रोष),
ग़ुस्सैल (क्रोधी),
ग़ैब (गुप्त, अदृश्य, रहस्यमय),
ग़ैबी (रहस्यमय, अदृश्य),
ग़ैर (पराया),
ग़ैरत (लज्जा, हया, संकोच),
ग़ैरतमंद (लज्जालु),
ग़ैरियत (अजनबी होना),
--
No comments:
Post a Comment