January 22, 2023

वस्तु, विषय, विचार, व्यक्ति

और संबंध ... 

First The Poetry 

The Impulse! 

I Am But The Pulse, 

That Pulsates Within Me, 

Like A Throb Timelessly.

Thriving In The Form Of The World, 

That Is Me But Looks Like Mine, 

As If I'm Having A Role Dual!

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अभी अभी जब मैंने ये पंक्तियाँ बस लिखी ही थीं, कि किसी ने मुझसे कहा :

भगवान्! संसार आपके लिए कविता / काव्य है।

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इस पोस्ट में बहुत कुछ लिखने का मन था, लेकिन वह सब फिर कभी!

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