और संबंध ...
First The Poetry
The Impulse!
I Am But The Pulse,
That Pulsates Within Me,
Like A Throb Timelessly.
Thriving In The Form Of The World,
That Is Me But Looks Like Mine,
As If I'm Having A Role Dual!
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अभी अभी जब मैंने ये पंक्तियाँ बस लिखी ही थीं, कि किसी ने मुझसे कहा :
भगवान्! संसार आपके लिए कविता / काव्य है।
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इस पोस्ट में बहुत कुछ लिखने का मन था, लेकिन वह सब फिर कभी!
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