March 03, 2021

अवसर (कविता)

नई चुनौतियाँ! 

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आपदा को अवसर बनाओ,

फ़ेस-बुक को फ़ेस-लिफ्ट, 

जब भी अवसर मिल जाए, 

अपने को दो कोई गिफ्ट!

केश-सज्जा, मुखमुद्रा से, 

बदल लो भाव-भंगिमा, 

अभिनय की प्रतिभा से,

संसार को ही बदल दो!

नेता से अभिनेता बन, 

अभिनेता से बन नेता, 

जननायक से सेवक बन,

वस्त्र-विन्यास बदल दो! 

सबका साथ, विश्वास सबका,

लेकर साथ चलते रहो, 

विफलता, असफलता को, 

सफलता में बदल दो!

चरैवेति चरैवेति इति,

धरकर उपनिषद् सूत्र, 

सूत्रधार बनकर तुम, 

युगावतार अटल हो! 

सड़क से संसद तक, 

संसद से बड़े पद तक, 

दिल्ली, वाराणसी से, 

अयोध्या से काशी तक!

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