IIT Kharagpur द्वारा प्रस्तुत 2022 के कैलेन्डर में आर्य अनार्य के सन्दर्भ में :
Arya Invasion Theory
की प्रामाणिकता पर प्रश्न उठाया गया है ।
आश्चर्य इस बात का है कि आर्य शब्द को जाति का अर्थ देकर जिस प्रकार से विद्वेषपूर्वक इस सिद्धान्त को गढ़ा गया है वह स्वयं ही मूलतः त्रुटिपूर्ण है।
संस्कृत भाषा में आर्य शब्द का तात्पर्य होता है :
Noble, चरित्रवान् , परिष्कृत, सुसंस्कृत,
और अनार्य का अर्थ होता है :
Savage, बर्बर, अपरिष्कृत, असंस्कृत,
उदाहरण के लिए गीता के अध्याय २ के इस श्लोक को देखें :
कुतस्त्वा कश्मलमिदं विषमे समुपस्थितम् ।।
अनार्यजुष्टमस्वर्गयमकीर्तिकरमर्जुन ।।२।।
इसी प्रकार बौद्ध ग्रन्थों में भी आर्य का तात्पर्य श्रेष्ठ चरित्र और गुणवाला है।
मेरे किसी अन्य पोस्ट में इसका भी उदाहरण दिया गया है।
तात्पर्य यह, कि आर्य कोई जाति (Race) नहीं बल्कि चरित्रगत श्रेष्ठता का पर्याय है।
स्पष्ट है कि,
आर्य इनवेज़न थ्योरी
(Arya Invasion Theory)
विदेशी इतिहासकारों द्वारा जानबूझ कर, विद्वेषपूर्वक, इरादतन रचा गया सिद्धान्त / षड्यन्त्र, है जो मूलतः भ्रामक है।
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