November 28, 2023

बात / आज की कविता

चार पंक्तियाँ

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बात करने के लिए भी कुछ नहीं है,

और करने के लिए कोई नहीं है।

वह किसी से बात ही नहीं करता,

उसके जीवन में कोई भी दुःख नहीं है।

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