आज की कविता / ’क्यों?’
--
©
मन हमेशा ऊब जाता है नई हर बात से,
आदमी क्यों मन से ऊबता नहीं ?
बहता ही रहता है मन के साथ क्यों ,
क्यों दिल की गहराई में डूबता नहीं ?
--
--
©
मन हमेशा ऊब जाता है नई हर बात से,
आदमी क्यों मन से ऊबता नहीं ?
बहता ही रहता है मन के साथ क्यों ,
क्यों दिल की गहराई में डूबता नहीं ?
--
No comments:
Post a Comment