कविता : 31-12-2022
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उसके बारे में,
मैं किसी से बात भी नहीं करना चाहता,
न किसी और से, न उससे, और न खुद से भी!
कि उसका नाम क्या है, कहाँ उसका घर है,
कौन सा स्थान, देश, जगह या शहर है!
कि उसे कौन सा रंग पसन्द है,
कि उसने पहली बार मिलते ही,
मुझे मैसेज किया था :
"रोज़ेस आर पिंक,
वॉयोलेट्स आर ब्ल्यू, ..."
कि उसे कौन सा मौसम पसन्द है,
कि उसने दूसरी बार,
मुझे मैसेज किया था :
"कोंपलें फिर फूट आईं शाख पर,
उससे कहना, वो न समझेगा,
मगर कहना उसे!"
कि उसने तीसरी बार,
मुझे यह मैसेज किया था :
"तुम मुझे भूल भी जाओ,
कोई हक़ है तुमको!"
और इसे हरी झंडी समझकर,
किनारा कर लिया था उससे मैंने!
हाँ, उसके बारे में,
मैं किसी से बात भी नहीं करना चाहता,
न किसी और से, न उससे, और न खुद से भी!
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