July 11, 2022

ख़बरें ही ख़बरें!

कविता 11-06-2022

दावतें-अदावतें 

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ख़बरें ही ख़बरें हैं काफी, दिल दहलानेवाली,

ऐसी भी हैं, और बहुत सी, दिल बहलानेवाली!

अंदेशे, भरोसे, उम्मीदें, तसल्लियाँ, मायूसियाँ,

संदेशे, शक-शुबहे, ग़ुस्ताखि़याँ, ख़ामोशियाँ,

राहतें, उलफ़तें, नफ़रतें, मुसीबतें, मासूमियाँ,

चाहतें, ग़फ़लतें, हसरतें, और गलतफ़हमियाँ!

बार बार पटरी से उतरती जा रही है जिन्दगी,

एक ही पटरी पर यूँ, चली जा रही है जिन्दगी!

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ख़बरें  

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