जहदजहद -जहत्-अजहत्-न्याय
कुवलयापीड हाथी था, जिसे कंस ने शराब पिलाकर मदमस्त कर श्रीकृष्ण पर आक्रमण करने और मारने के लिए भेजा था ।
क्या यही कुवलयापीड बाद में कुबलाई खान तो नहीं हुआ?
ऐसी ही कथा बौद्ध-साहित्य में भी पाई जाती है जब कुवलयापीड नामक हाथी को भगवान् बुद्ध पर आक्रमण करने के लिए भेजा गया था लेकिन भगवान् बुद्ध के समीप पहुँचते-पहुँचते वह अत्यन्त विनम्र होकर उनके चरणों पर झुक गया ।
इसलिए कुबलाई खान अवश्य ही बौद्ध-सभ्यता से संबद्ध था ।
कुबलाई खान मंगोल-वंश का था और मुसलमान नहीं था यह तो तय है।
सवाल यह भी है कि बाबर मुग़ल अर्थात् मंगोल था लेकिन मुसलमान भी था, न कि बौद्ध।
इतिहास जिस प्रकार स्वयं ही स्वयं को प्रभावित करता है वह भी पुनः एक और इतिहास है।
कुवलयापीड हाथी था, जिसे कंस ने शराब पिलाकर मदमस्त कर श्रीकृष्ण पर आक्रमण करने और मारने के लिए भेजा था ।
क्या यही कुवलयापीड बाद में कुबलाई खान तो नहीं हुआ?
ऐसी ही कथा बौद्ध-साहित्य में भी पाई जाती है जब कुवलयापीड नामक हाथी को भगवान् बुद्ध पर आक्रमण करने के लिए भेजा गया था लेकिन भगवान् बुद्ध के समीप पहुँचते-पहुँचते वह अत्यन्त विनम्र होकर उनके चरणों पर झुक गया ।
इसलिए कुबलाई खान अवश्य ही बौद्ध-सभ्यता से संबद्ध था ।
कुबलाई खान मंगोल-वंश का था और मुसलमान नहीं था यह तो तय है।
सवाल यह भी है कि बाबर मुग़ल अर्थात् मंगोल था लेकिन मुसलमान भी था, न कि बौद्ध।
इतिहास जिस प्रकार स्वयं ही स्वयं को प्रभावित करता है वह भी पुनः एक और इतिहास है।
--
No comments:
Post a Comment