August 22, 2018

हरिप्रिया वृन्दा तुलसी...

--
वंदे मातरम् !
सुप्रभात!
वैसे तो राक्षस कुल की,
कहते हैं है यह तुलसी,
तप से किसी वरदान से,
पर हरिचरणों में हुलसी,
तन-मन को करती पावन,
धरती को गंगा-जल सी,
साँसों से दिल में घर करती,
हरिप्रिया वृन्दा तुलसी...
--

No comments:

Post a Comment