आज की कविता / प्रश्न यह है !
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विसंगतियाँ,
विडम्बनाएँ,
विकृतियाँ,
परिकल्पनाएँ,
कुरूपताएँ,
विद्रूपताएँ,...!
बुद्धिजीवी कल्पनाएँ,
अल्पजीवी तर्जनाएँ,
मसिजीवि वर्जनाएँ !
श्रमजीवी सर्जनाएँ !
रक्तजीवी गर्जनाएँ !
जाएँ तो कहाँ जाएँ ??
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विसंगतियाँ,
विडम्बनाएँ,
विकृतियाँ,
परिकल्पनाएँ,
कुरूपताएँ,
विद्रूपताएँ,...!
बुद्धिजीवी कल्पनाएँ,
अल्पजीवी तर्जनाएँ,
मसिजीवि वर्जनाएँ !
श्रमजीवी सर्जनाएँ !
रक्तजीवी गर्जनाएँ !
जाएँ तो कहाँ जाएँ ??
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