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आज की कविता / अहसास
आज की कविता / अहसास
(स्वरचित)
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एक तस्वीर होता है तसव्वुर माज़ी का,
एक तसव्वुर होती है तस्वीर मुस्तक़बिल की,
जिसका तसव्वुर-ओ-तस्वीर हुआ करती है,
वो अहसास मुस्तक़िल होता है क्या?
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तसव्वुर - कल्पना, माज़ी - अतीत, मुस्तक़बिल -भविष्य, मुस्तक़िल -स्थायी,
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