November 20, 2025

SIX DIMENSIONS

त्वं स्कन्दः!

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ॐ गं गणपतये नमः।।

एकदा नैमिष्यारण्ये ...

2 x 2 x 2 x 10 x 10 x 10 x 10 = 88000 

ऋषयः ... 

त्वं ब्रह्मा त्वं विष्णुस्त्वमिन्द्रस्त्वमग्निस्त्वं वायुस्त्वं रुद्रो त्वं स्कन्दस्त्वं यमस्त्वं वरुणः!

सपने, स्मृति, संसार, समय, संबंध और जन्म-मृत्यु 

निमिषमात्र में घटित और अघटित होते हैं।

यही हैं षडानन भगवान् स्कन्द के छः मुख, और

स्कन्दावतार !

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