March 31, 2012

'उस' की कविता 30-03-2012./

'उस' की कविता
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यह कुछ नया है !! ब्लॉगर के नए फॉर्मेट में ट्राय कर रहा हूँ !!!!!!!!
ऊपर प्रस्तुत कविता  के साथ दिया स्केच मेरा किया है . बुद्धि की भाषा
में कला की व्याख्या करें तो एक पक्षी व्योम में घूम रहा है शायद मैं !!
एक खिड़की जो खुली है या बंद यहाँ इस  पर निर्भर करता है कि आप
उसे दीवार में देखते हैं, या किसी चौकोर बीम के एक समतल सिरे के
रूप में देखते हैं ! पक्षी खिड़की से बाहर  है, या कहीं और,..    

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