December 26, 2011

मैं अकिंचन !!

मैं अकिंचन !!


26122011
© Vinay Vaidya 


दर्द से उपजा था गान
आह से उपजा था गीत
शिला से उपजा था फूल
चाह से उपजी थी प्रीत
दर्द को लौटाया गान
आह को लौटाया गीत
शिव को लौटाया फूल
चाह को लौटा दी प्रीत



_________________

5 comments:

  1. हिसाब एकदम बराबर.

    ReplyDelete
  2. Thanks Rahul bhai,
    Ajkal net available na hone se sab kuchh thappp hai, Asha hai Ap kushalpurvak honge, naye saal ki mubaarakwad, saadar,

    ReplyDelete
  3. bahut sundar !!!!!!!badhyai !!!!!!

    ReplyDelete
  4. आहा !!!!!!! बहुत सुन्दर

    ReplyDelete