July 29, 2019

दिल्ली या देहली ?

नाम क्या है?
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संस्कृत भाषा में ’दिलीप’ श्रीराम के कुल में पैदा हुए रघुवंश के एक राजा का नाम था,
जो राजा रघु के पिता थे ।
जैसे महीप का अर्थ महीपति होता है, वैसे ही दिलीप का अर्थ दिलीपति है,
जो दलपति का प्रचलित रूप है।
इसे दलीयपति के रूप में भी देखा जा सकता है।
दलीयपति का प्रचलित संक्षिप्त रूप आगे चलकर 'दलीय' और फिर संभवतः,
'दलीय' से दिल्ली हुआ हो।   
नृप का अर्थ नृपति अर्थात् राजा होता है ।
दिल्ली का मूल नाम अतीत में,
राजा दिलीप की राजधानी के नाम के आधार पर ’दिलीपपुर’ रहा होगा,
क्योंकि राजा दिलीप की राजधानी तो अयोध्या थी ।
इससे हमें दिल्ली का नाम दिलीपपुर करने के लिए एक और ठोस आधार प्राप्त हो सकता है ।
अगर रामलला अयोध्या में हैं, तो दिल्ली दिलीपपुर क्यों नहीं हो सकता ?
संस्कृत में 'देहली' का अर्थ है : 'दहलीज' या देहरी।
इस प्रकार दिल्ली देश का प्रवेश-द्वार तो है ही।
इसे अंग्रेज़ी में 'Delhi' जाने से भी यह अनुमान लगाया जा सकता है कि 'देहली' ही आगे चलकर दिल्ली और अंग्रेज़ी में 'Delhi' के रूप में प्रचलित हुआ होगा।
दिल्ली या देहली ? 
इसलिए अगर इसका नाम बदलकर 'देहली' रखा भी जाता है तो,
अंग्रेज़ी में इसे,
 'Delhi' लिखे जाने के बजाय  'Dehli' या 'Dehali' के रूप में लिखा जा सकता है।
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