June 24, 2017

राम-माहात्म्य

राम-माहात्म्य
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एक राम दशरथ का बेटा,
एक राम घट-घट में बैठा,
एक राम का सकल पसारा,
एक राम सब जग से न्यारा,
एक राम फिर भी जगजीवन,
एक राम जगजीवनराम,
एक राम जगजीवन-बेटी
दूजे राम विरुद्ध की पार्टी,
एक राम भाजपा-विरोध,
एक राम भाजपा-पक्ष,
एक राम जनता-जनार्दन,
एक राम सत्ता सरकार,
एक राम जन-जन-आधार,
एक निरंजन निराकार,
एक राम न शून्य न एक,
एक राम लेकिन अनेक,
एक राम के भरोसे देश,
एक राम ही जगत-वेश ....
....
चलते-चलते ...
बहरहाल, अयोध्या के राम तो देश / सरकार / न्यायालय के भरोसे ही हैं !
उनका तो उन्हें न माननेवालों, उनकी जन्म-भूमि पर अपने मत का भवन / स्थल (बाबरी मस्जिद) बनानेवालों तक से कोई झगड़ा नहीं है !
वे तो बस तमाशा देख रहे हैं ....!
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ज़ाहिद शराब पीने दे मसजिद में बैठकर
या वो जगह बता जहाँ पर ख़ुदा न हो !
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बनाने दे मुझे मसजिद मंदिर को तोड़कर,
या वो जगह बता जहाँ पर न राम हो !
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