January 10, 2020

एक वीरान शहर

आज की कविता 
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मौत एक वीरान शहर,
जहाँ कोई नहीं रहता।
हालाँकि हर कोई यहाँ,
आता है किसी दिन !
लौटकर इसकी कोई,
चर्चा नहीं करता !
ऐसे ही तमाम लोग,
बसा करते हैं यहाँ,
जिनकी याद और ज़िक्र,
करता है ज़माना,
पर कैसा है वो शहर,
किसने कहाँ जाना ?
मौत एक वीरान शहर,
जहाँ कोई नहीं रहता।
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